1. ‘क्रोनी कैप्टिलिज्म’ सूचकांक में भारत नौंवे स्थान पर
प्रमुख पत्रिका द इकनामिस्ट के एक नये अध्ययन में राजनीतिग सांठ गांठ से चलने वाले पूंजीवाद (क्रोनी कैप्टिलिज्म) सूचकांक में भारत को नौंवे स्थान पर रखा गया है।
नवीनतम क्रोनी कैप्टिलिज्म इंडेक्स के अनुसार के अनुसार देश में राजनीतिक साठ गांठ से प्रभावित कारोबार की की संपत्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.4 प्रतिशत और इससे मुक्त क्षेत्रों के कारोबार की संपत्ति 8.3 प्रतिशत के बराबर है।
साल 2014 में भी भारत इस सूचकांक में नौंवे स्थान पर था।
यह अध्ययन फोर्ब्स पत्रिका द्वारा प्रकाशित दुनिया के अरबपतियों व उनकी संपत्ति की सूची के आंकड़ों पर आधारित है। इस सूचकांक में रस सांठ गांठ वाले क्षेत्रों की सम्पत्ति के जीडीपी में 18 प्रतिशत हिस्से के साथ सबसे उपर है। उसके बाद मलेशिया और फिलीपींस तथा सिंगापुर का स्थान है।
रपट के अुनसार 2004 और 2014 के बीच राजनीतिक साठगांठ से प्रभावित व्यवसायों के अरबपतियों की सम्पत्ति 385 प्रतिशत बढ कर 2,000 अरब डालर तक पहुंच गयी।
2. श्री कलराज मिश्र ने श्रीनगर में खादी कताई एवं बुनाई केन्द्र का उद्घाटन किया
केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) मंत्री श्री कलराज मिश्र ने श्रीनगर में आयोजित एक समारोह में हरमुख खादी ग्रामोद्योग संस्थान का उद्घाटन किया, जो एक कताई एवं बुनाई केन्द्र तथा खादी वस्तुओं के लिए मार्केटिंग प्लाजा है।
3. मेड्रिड ओपन : सिमोना हालेप ने जीता खिताब
रोमानिया की टेनिस खिलाड़ी सिमोना हालेप ने शनिवार को मेड्रिड ओपन खिताब अपने नाम किया। सिमोना ने टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में स्लोवाकिया की डॉमिनिका सिबुल्कोवा को हराकर यह खिताब अपने नाम किया।
4. गुजरात सरकार ने जैन समुदाय को दिया अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा
गुजरात सरकार ने एक सरकारी प्रस्ताव जारी करके जैन समुदाय को अल्पसंख्यक दर्जा प्रदान कर दिया। परिवहन मंत्री एवं बीजेपी प्रदेश इकाई प्रमुख विजय रूपानी ने अहमदाबाद में यह घोषणा की।
केंद्र की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने जनवरी 2014 में इस समुदाय को राष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंख्यक दर्जा प्रदान किया था।
5. 1 जनवरी से देश में 112 होगा सिंगल इमरजेंसी नंबर
पूरे देश में पहली जनवरी से 112 सिंगल इमरजेंसी नंबर काम करने लगेगा। एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, नए साल से पुलिस, एंबुलेंस और अग्निशमन जैसी सभी आपातकालीन सेवाओं के लिए 112 सिंगल इमरजेंसी नंबर शुरू हो जाएगा। दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अमेरिका की तर्ज पर सभी आपात सेवाओं के लिए एकल नंबर के प्रावधान को मंजूरी दी है।
यह उसी तरह काम करेगा जैसे अमेरिका में आपातकालीन नंबर 911 काम करता है। सरकार ने सभी दूरसंचार ऑपरेटरों को सभी इमरजेंसी कॉल को 112 नंबर पर स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है। इस सुविधा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सेवा उन सिम कनेक्शन या लैंडलाइन पर भी उपलब्ध होगी, जिनकी किसी कारणवश आउटगोइंग सुविधा रोक दी गई हो।
किसी भी व्यक्ति की तरफ से किसी भी आपात स्थिति में 112 नंबर पर कॉल आने पर उसकी कॉल तत्काल संबंधित विभाग को स्थानांतरित की जाएगी। यह प्रणाली कॉलर के गंतव्य का पता लगा लेगी और उसे तुरंत ही नजदीकी सहायता केंद्र से साझा करेगी। इस नंबर के शुरू होते ही धीरे-धीरे अन्य प्रचलित आपातकालीन नंबरों को बंद कर दिया जाएगा।
6. टैगोर परियोजना का लंदन में शुभारंभ
रवीन्द्रनाथ टैगोर के 155वें जन्म दिवस पर उनकी कृतियों को दुनिया भर में पहुंचाने के लिए एक नयी कोशिश का यहां शुभारंभ किया गया।
‘द टैगोर प्रोजेक्ट’ विकीपीडिया शैली की एक कोशिश है जिसका लक्ष्य उनके समर्थकों को वैश्विक स्तर पर एक वेब मंच और एक मोबाइल ऐप के जरिए लामबंद करना है।
यह परियोजना भारतीय आईटी विशेषज्ञ सुभंजन सरकार के मस्तिष्क की उपज है।
परियोजना का डिजाइन इस तरह से तैयार किया गया है कि बंगाली की जानकारी रखने वाला कोई भी व्यक्ति उनकी कृतियों के एक हिस्से को चुन सकता है और रिकार्डिंग को खुले ऑडियो लाइब्रेरी में जमा कर सकता है।
सरकार ने लंदन में इस हफ्ते की शुरूआत में नेहरू केंद्र में उद्घाटन कार्यक्रम में कहा था कि यह परियोजना विकीपीडिया मॉडल पर आधारित है।
6. टैगोर परियोजना का लंदन में शुभारंभ
रवीन्द्रनाथ टैगोर के 155वें जन्म दिवस पर उनकी कृतियों को दुनिया भर में पहुंचाने के लिए एक नयी कोशिश का यहां शुभारंभ किया गया।
‘द टैगोर प्रोजेक्ट’ विकीपीडिया शैली की एक कोशिश है जिसका लक्ष्य उनके समर्थकों को वैश्विक स्तर पर एक वेब मंच और एक मोबाइल ऐप के जरिए लामबंद करना है।
यह परियोजना भारतीय आईटी विशेषज्ञ सुभंजन सरकार के मस्तिष्क की उपज है।
परियोजना का डिजाइन इस तरह से तैयार किया गया है कि बंगाली की जानकारी रखने वाला कोई भी व्यक्ति उनकी कृतियों के एक हिस्से को चुन सकता है और रिकार्डिंग को खुले ऑडियो लाइब्रेरी में जमा कर सकता है।
सरकार ने लंदन में इस हफ्ते की शुरूआत में नेहरू केंद्र में उद्घाटन कार्यक्रम में कहा था कि यह परियोजना विकीपीडिया मॉडल पर आधारित है।
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