1. आईडीएफसी बैंक ने ग्राम विदियाल माइ्रकोफाइनेंस का अधिग्रहण किया
निजी क्षेत्र के आईडीएफसी बैंक ने तमिलनाडु स्थित ग्राम विदियाल माइ्रकोफाइनेंस के अधिग्रहण की घोषणा की।
बैंक ने हालांकि इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया है।
बैंक के बयान में कहा गया है कि इस अधिग्रहण से उसे तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, पुद्दुचेरी, महाराष्ट्र, गुजरात व मध्यप्रदेश सहित सात राज्यों में 12 लाख परिवारों तक पहुंच मिलेगी।
इसके अनुसार त्रिची स्थित तीन दशक पुराना ग्राम विदियाल उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी होगा और वह आईडीएफसी बैंक के विशेष कारोबार प्रतिनिधि के रूप में काम करेगा। ग्राम विदियाल में 3000 से अधिक लोग काम करते हैं।
विदियाल की सभी रिण परिसंपत्तियां इसके बाद आईडीएफसी बैंक को हस्तांतरित हो जायेंगी।
2. रोम हाकी ओलंपियन जो आंटिच का निधन
हाकी ओलंपियन जो आंटिच का निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे।
रोम ओलंपिक 1960 में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम में आंटिच सेंटर हाफ के रूप में खेलते थे।
रोम खेलों में पाकिस्तान ने फाइनल में भारत को 1-0 से हराकर चिर प्रतिद्वंद्वी टीम के 32 साल के स्वर्णिम अभियान पर रोक लगाई थी।
आंटिच 1962 में जकार्ता एशियाई खेलों की उपविजेता रही भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। तब भी भारत को पाकिस्तान ने ही हराया था।
3. बांग्लादेश, भारत ने कोयला आधारित संयुक्त विद्युत संयंत्र के लिये समझौता किया
भारत और बांग्लादेश ने 1,320 मेगावाट के कोयला आधारित विद्युत संयंत्र के निर्माण के लिये एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
यह दोनों देशों के बीच सहयोग से बनने वाली सबसे बड़ी परियोजना होगी। इससे दोनों देशों के बीच सहयोग बिजली के निर्यात से विद्युत उत्पादन की तरफ बढ़ गया है।
बांग्लादेश-भारत फ्रेंडशिप पॉवर कंपनी :प्रा: लिमिटेड (बीआईएफपीसीएल) संयुक्त उद्यम ने यह समझौता भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) के साथ किया है। इस कंपनी का चुनाव बांग्लादेश के सुंदरबन के निकट दक्षिण-पश्चिम रामपाल में सुपर थर्मल संयंत्र बनाने के लिये खुली अंतरराष्ट्रीय निविदा के तहत किया गया है।
यह संयंत्र वर्ष 2019 में विद्युत उत्पादन शुरू करेगा और इसके लिये भारत का एक्जिम बैंक 1.49 अरब डालर उपलब्ध करायेगा।
4. पुरस्कार विजेता विश्व इतिहासकार विलियम एच मैकनील का 98 वर्ष में निधन
ऐतिहासिक पुस्तक ‘द राइज ऑफ द वेस्ट’ में विश्व भर की स5यताओं की कहानी बताने वाले और ‘प्लेग एंड पीपल’ में रोग और महामारी का इतिहास खंगालने वाले पुरस्कार विजेता शोधार्थी विलियम एच मैकनील का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
शिकागो विश्वविद्यालय के एसोसिएट न्यूज निदेशक स्टीव कोप्पेस के मुताबिक मैकनील का शुक्रवार को कनेक्टिकट के टोरिंगटन स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह शिकागो विश्वविद्यालय से अवकाश प्राप्त प्रोफेसर थे।
मैकनील ने एक दर्जन से अधिक किताबें लिखीं हैं। इसमें ‘द राइज ऑफ द वेस्ट’ भी शामिल है जिसका प्रकाशन वर्ष 1963 में किया गया और द न्यूयार्क टाइम्स ने इसकी सरहना करते हुये कहा था कि विश्व इतिहास में अब तक प्रकाशित काम में यह ‘सबसे प्रेरक और दिलचस्प’ है।
800 से अधिक पृष्ठों वाली यह किताब अच्छी खासी संख्या में बिकी और साथ ही इसने नेशनल बुक अवार्ड भी हासिल किया।
5. भारतीय-अमेरिकी को बनाया गया अमेरिकी विश्वविद्यालय का डीन
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों में विशिष्ट शैक्षिक अनुभव रखने वाले एक भारतीय-अमेरिकी प्रोफेसर को अमेरिका के एक अग्रणी विश्वविद्यालय का डीन नामित किया गया है।
डॉक्टर किंशुक को अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ नार्थ टेक्सॉस कॉलेज ऑफ इंफार्मेशन का डीन नामित किया गया है।
उन्होंने भारत के राजस्थान विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक, स्कॉटलैंड के स्ट्रेथक्लाइड विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर और इंग्लैंड के डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री अर्जित की है।
वर्ष 2010 से वह कनाडा के अलबर्टा में अथाबस्का विश्वविद्यालय में सहायक डीन की भूमिका निभा रहे थे, जहां उन्होंने फैकल्टी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी का नेतृत्व किया।
इससे पहले उन्होंने स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग एंड इंफरेमेशन सिस्टम्स में बतौर निदेशक काम किया था।
किंशुक 15 अगस्त को नयी जिम्मेदारी संभालेंगे।
अपने करियर की शुरआत में उन्होंने भारत में एकेडमी ऑफ एजुकेशन में प्रशिक्षक के रूप में काम किया था और साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में अंशकालिक-व्याख्याता के रूप में भी काम किया।
निजी क्षेत्र के आईडीएफसी बैंक ने तमिलनाडु स्थित ग्राम विदियाल माइ्रकोफाइनेंस के अधिग्रहण की घोषणा की।
बैंक ने हालांकि इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया है।
बैंक के बयान में कहा गया है कि इस अधिग्रहण से उसे तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, पुद्दुचेरी, महाराष्ट्र, गुजरात व मध्यप्रदेश सहित सात राज्यों में 12 लाख परिवारों तक पहुंच मिलेगी।
इसके अनुसार त्रिची स्थित तीन दशक पुराना ग्राम विदियाल उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी होगा और वह आईडीएफसी बैंक के विशेष कारोबार प्रतिनिधि के रूप में काम करेगा। ग्राम विदियाल में 3000 से अधिक लोग काम करते हैं।
विदियाल की सभी रिण परिसंपत्तियां इसके बाद आईडीएफसी बैंक को हस्तांतरित हो जायेंगी।
2. रोम हाकी ओलंपियन जो आंटिच का निधन
हाकी ओलंपियन जो आंटिच का निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे।
रोम ओलंपिक 1960 में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम में आंटिच सेंटर हाफ के रूप में खेलते थे।
रोम खेलों में पाकिस्तान ने फाइनल में भारत को 1-0 से हराकर चिर प्रतिद्वंद्वी टीम के 32 साल के स्वर्णिम अभियान पर रोक लगाई थी।
आंटिच 1962 में जकार्ता एशियाई खेलों की उपविजेता रही भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। तब भी भारत को पाकिस्तान ने ही हराया था।
3. बांग्लादेश, भारत ने कोयला आधारित संयुक्त विद्युत संयंत्र के लिये समझौता किया
भारत और बांग्लादेश ने 1,320 मेगावाट के कोयला आधारित विद्युत संयंत्र के निर्माण के लिये एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
यह दोनों देशों के बीच सहयोग से बनने वाली सबसे बड़ी परियोजना होगी। इससे दोनों देशों के बीच सहयोग बिजली के निर्यात से विद्युत उत्पादन की तरफ बढ़ गया है।
बांग्लादेश-भारत फ्रेंडशिप पॉवर कंपनी :प्रा: लिमिटेड (बीआईएफपीसीएल) संयुक्त उद्यम ने यह समझौता भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) के साथ किया है। इस कंपनी का चुनाव बांग्लादेश के सुंदरबन के निकट दक्षिण-पश्चिम रामपाल में सुपर थर्मल संयंत्र बनाने के लिये खुली अंतरराष्ट्रीय निविदा के तहत किया गया है।
यह संयंत्र वर्ष 2019 में विद्युत उत्पादन शुरू करेगा और इसके लिये भारत का एक्जिम बैंक 1.49 अरब डालर उपलब्ध करायेगा।
4. पुरस्कार विजेता विश्व इतिहासकार विलियम एच मैकनील का 98 वर्ष में निधन
ऐतिहासिक पुस्तक ‘द राइज ऑफ द वेस्ट’ में विश्व भर की स5यताओं की कहानी बताने वाले और ‘प्लेग एंड पीपल’ में रोग और महामारी का इतिहास खंगालने वाले पुरस्कार विजेता शोधार्थी विलियम एच मैकनील का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
शिकागो विश्वविद्यालय के एसोसिएट न्यूज निदेशक स्टीव कोप्पेस के मुताबिक मैकनील का शुक्रवार को कनेक्टिकट के टोरिंगटन स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह शिकागो विश्वविद्यालय से अवकाश प्राप्त प्रोफेसर थे।
मैकनील ने एक दर्जन से अधिक किताबें लिखीं हैं। इसमें ‘द राइज ऑफ द वेस्ट’ भी शामिल है जिसका प्रकाशन वर्ष 1963 में किया गया और द न्यूयार्क टाइम्स ने इसकी सरहना करते हुये कहा था कि विश्व इतिहास में अब तक प्रकाशित काम में यह ‘सबसे प्रेरक और दिलचस्प’ है।
800 से अधिक पृष्ठों वाली यह किताब अच्छी खासी संख्या में बिकी और साथ ही इसने नेशनल बुक अवार्ड भी हासिल किया।
5. भारतीय-अमेरिकी को बनाया गया अमेरिकी विश्वविद्यालय का डीन
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों में विशिष्ट शैक्षिक अनुभव रखने वाले एक भारतीय-अमेरिकी प्रोफेसर को अमेरिका के एक अग्रणी विश्वविद्यालय का डीन नामित किया गया है।
डॉक्टर किंशुक को अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ नार्थ टेक्सॉस कॉलेज ऑफ इंफार्मेशन का डीन नामित किया गया है।
उन्होंने भारत के राजस्थान विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक, स्कॉटलैंड के स्ट्रेथक्लाइड विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर और इंग्लैंड के डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री अर्जित की है।
वर्ष 2010 से वह कनाडा के अलबर्टा में अथाबस्का विश्वविद्यालय में सहायक डीन की भूमिका निभा रहे थे, जहां उन्होंने फैकल्टी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी का नेतृत्व किया।
इससे पहले उन्होंने स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग एंड इंफरेमेशन सिस्टम्स में बतौर निदेशक काम किया था।
किंशुक 15 अगस्त को नयी जिम्मेदारी संभालेंगे।
अपने करियर की शुरआत में उन्होंने भारत में एकेडमी ऑफ एजुकेशन में प्रशिक्षक के रूप में काम किया था और साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में अंशकालिक-व्याख्याता के रूप में भी काम किया।
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