30 Jun 2016

HINDI NEWS-30.06.2016

1. पनडुब्बी रोधक टॉरपीडो वरणास्त्र नौसेना में शामिल 

 
स्वदेश निर्मित भारी-भरकम पनडुब्बी रोधक टॉरपीडो वरणास्त्र को सफलतापूर्वक नौसेना में शामिल कर लिया गया और भारत इस तरह की प्रणाली डिजाइन करने और बनाने की क्षमता रखने वाले आठ देशों में शामिल हो गया।

नौसैनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला (एनएसटीएल) द्वारा विकसित बिजली संचालित टॉरपीडो को औपचारिक रूप से भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया और इसे नौसेना के लिए बड़ा बदलाव लाने वाला कदम माना जा रहा है।

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल देश की अपनी क्षमता को मजबूत करने वाला है बल्कि दूसरे देशों को भी निर्यात का अवसर देने वाला है।

वरणास्त्र करीब 1.25 टन वजनी है जो करीब 40 समुद्री मील प्रति घंटे की रफ्तार से करीब 250 किलोग्राम विस्फोटक ले जा सकता है।

वरणास्त्र में करीब 95 प्रतिशत हिस्सा स्वदेश निर्मित है और इसकी कीमत करीब 10 से 12 करोड़ प्रति इकाई है। यह रडार पर नहीं दिखने वाली और आवाज नहीं करने वाली पनडुब्बियों को भी निशाना बनाने की क्षमता रखता है।


2. प्रसिद्ध कलाकर के जी सुब्रह्मण्यम का निधन 

 
भारतीय आधुनिक कला के प्रणेताओं में शामिल प्रसिद्ध कलाकार के जी सुब्रह्मण्यम का वडोदरा में 92 साल की उम्र में निधन हो गया।

सुब्रह्मण्यम को लोग प्यार से ‘मणि दा’ के नाम से पुकारते थे। ‘सीगल फाउंडेशन फोर दि आर्ट्स’ देश के अलग अलग शहरों में उनकी कलाकृतियों की प्रदर्शनी आयोजित करता रहा है।

छह दशक से ज्यादा लंबे करियर में बहुआयामी प्रतिभा के धनी सुब्रह्मण्यम ने चित्रकार, मूर्तिकार, भित्ति चित्रकार का किरदार जिया और बच्चों की किताबें भी लिखीं। उन्हें 2012 में पद्मविभूषण, 2006 में पद्मभूषण और 1975 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

3. एक जुलाई से गुवाहाटी में शुरू होगा दूसरा ब्रिक्स युवा सम्मेलन 


 
दूसरा ब्रिक्स युवा सम्मेलन एक जुलाई से गुवाहाटी में होगा।

तीन दिनों के सम्मेलन का विषय ‘‘ब्रिक्स के भीतर आदान प्रदान के लिए पुल के तौर पर युवा’’ है। सम्मेलन में ब्रिक्स के सदस्य देशों - ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया जाएगा।

4. ओड़िशा ने मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए वर्ल्डफिश से किया समझौता 


 
ओड़िशा प्रदेश में मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय शोध संगठन वर्ल्डफिश के साथ मत्स्यपालन क्षेत्र के लिए विकास में सहयोग का समझौता किया है।

5. भारत ने किया सतह से हवा में मार सकने वाली मिसाइल का प्रायोगिक परीक्षण


 
भारत ने इस्राइल के साथ संयुक्त रूप से विकसित की गई सतह से हवा में मार करने वाली एक नई मिसाइल का आज सफलतापूर्वक प्रायोगिक परीक्षण किया। यह परीक्षण ओडिशा के तट के पास स्थित रक्षा ठिकाने से किया गया।

डीआरडीओ के एक अधिकारी ने कहा कि मध्यम दूरी की मिसाइल (एमआर-एसएएम) भारत और इस्राइल के साझा उपक्रम का एक उत्पाद है। इसे चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से सुबह लगभग आठ बजकर 15 मिनट पर एक मोबाइल लॉन्चर की मदद से दागा गया।

अधिकारियों ने कहा कि मिसाइल को आईटीआर के लॉन्च पैड-3 पर रखा गया था। यह रेडारों से सिग्नल मिलने के बाद सक्रिय हो गई थी। मिसाइल द्वारा बंगाल की खाड़ी के उपर गतिशील हवाई लक्ष्य को अवरूद्ध किए जाने में मानवरहित वायुयान :यूएवी: ‘बेंशी’ की एक अहम भूमिका रही।

उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रणाली में मिसाइल के अलावा बहु संचालनात्मक निरीक्षण और खतरे की सूचना देने वाला रेडार :एमएफ एसटीएआर: लगा है ताकि मिसाइल और उसके रास्ते की पहचान की जा सके और उसका दिशानिर्देशन किया जा सके।

6. रोडरिगो दुतेरते ने फिलीपीन्स के राष्ट्रपति की ली शपथ 


 
रोडरिगो दुतेरते ने फिलीपीन्स के 16 राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।

7. डब्ल्यूजेएफएसी श्रृंखला के आखिरी पोत का किया गया जलावतरण 



सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रम ‘‘गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लि.’’ (जीआरएसई) द्वारा भारतीय नौसेना के लिए तैयार ‘‘डब्ल्यूजेएफएसी’’ श्रृंखला के आखिरी पोत का जलावतरण किया गया।

नौसेना में साजोसामान :लाजिस्टिक्स: नियंत्रक वाइस एडमिरल जयवंत कोर्डे की पत्नी ने पोत का जलावतरण किया। ‘‘वाटर जेट फास्ट एटैक क्राफ्ट्स’’ :डब्ल्यूजेएफएसी: श्रृंखला के इस आखिरी पोत का जलावतरण राजा बागान गोदी में किया गया। राजा बागान गोदी में छोटे पोत तैयार करने की खास सुविधा है।

एक अधिकारी ने बताया कि इन पोतों का उपयोग हमले, तस्कर विरोधी, शिकार विरोधी और बचाव अभियानों में किया जाता है।

इस पोत का नाम अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के एक पोत तारस के नाम पर रखा गया है। पोत में अब विभिन्न उपकरणों और प्रणालियांे को लगाने का काम किया जाएगा तथा इसे नौसेना में शामिल करने के पहले समुद्र में परीक्षण किया जाएगा।

यह पोत 48 मीटर लंबा है और इसका वजन 315 टन है। इसकी अधिकतम गति 35 नॉट है। इस पर 29 लोग सवार हो सकते हैं।

जीआरएसई के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रियर एडमिरल :अवकाशप्राप्त: ए के वर्मा ने कहा कि गोदी में अब भारतीय तटरक्षक बल के लिए पांच गश्ती पोतों का निर्माण शुरू किया जाएगा।

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