8 Jun 2016

HINDI NEWS-08.06.2016

1. तिरुवनंतपुरम के स्टेडियम ने जीता 'डेविड विकर्स अवार्ड' 

 
तिरुवनंतपुरम के स्टेडियम 'द स्पोर्ट्स हब' ने विश्व के कई स्टेडियमों को पछाड़ते हुए 'डेविड विकर्स अवार्ड-न्यू वेन्यू ऑफ द ईयर' का खिताब जीता।

इस स्टेडियम का निर्माण राज्य सरकार तथा 'आईएल एंड एफएस' कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है।

बीते सात सालों से दिए जा रहे 'स्टेडियम बिजनेस अवार्ड्स' की पूरी दुनिया में पहचान बनी है और ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी भारतीय स्टेडियम ने इसे जीता है।

'द स्पोर्ट्स हब' की ओर से यहां मंगलवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस पुरस्कार की घोषणा एक जून को मैड्रिड के विश्व प्रसिद्ध सैंटियागो बर्नबू स्टेडियम में की गई।

तिरुवनंतपुरम के टेक्नोपार्क परिसर में स्थित इस आधुनिक स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण 345 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। इसमें 50,000 लोग बैठ सकते हैं, जिसमें क्रिकेट और फुटबाल खेलों का आयोजन किया जाता है।

इस स्टेडियम में 2015 में 35वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह का आयोजन किया गया था। इसके बाद इसे बचे हुए कार्य को पूरा करने को लिए बंद कर दिया गया था और अब यह आईसीसी और फीफा अनुमोदित स्टेडियम की श्रेणी में आता है।

इस पुरस्कार को जीतने को लिए 'द स्पोर्ट्स हब' ने अमेरिका, फ्रांस, जापान और तुर्की के शीर्ष स्थलों को मात दी।


2. भारत सरकार और एशियाई विकास बैंक ने 120 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए 



भारत सरकार और एशियाई विकास बैंक ने ओडिशा में सिंचाई के आधुनिकीकरण और जल प्रबंधन सुधार के लिए 120 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए।

यह ऋण ओडिशा एकीकृत सिंचाई कृषि तथा जल प्रबंधन निवेश कार्यक्रम के अंतर्गत 157.5 मिलियन डॉलर की वित्तीय सुविधा का दूसरा भाग है। इस राशि का इस्तेमाल सात सिंचाई उप-परियोजनाओं को आधुनिक बनाने के लिए किय़ा जाएगा। आधुनिकीकरण से 100,000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की स्थिति सुधरेगी, जल उपयोगकर्ता संघ (डब्ल्यूयूए) सुदृढ़ होंगे तथा ओडिशा के जल संसाधन विभाग की संस्थागत क्षमता बढ़ेगी। निवेश के लिए चयनित क्षेत्र हैं वेतरणी, ब्राहम्णी, बुढ़ाबालंगा, सुबर्णरेखा नदी बेसिन तथा महानदी डेल्टा।

ऋण समझौते पर भारत सरकार की ओर से संयुक्त सचिव (बहुपक्षीय संस्थान), आर्थिक मामलों के विभाग श्री राजकुमार तथा एशिया विकास बैंक की भारत रेजिडेंट मिशन की कंट्री डायरेक्टर सुश्री एम. टेरेसा खो ने हस्ताक्षर किए। एक अलग परियोजना समझौते पर ओडिशा सरकार के जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री पी.के जेना ने हस्ताक्षर किए।

एडीबी के साधारण पूंजी संसाधनों से मिलने वाले ऋण के दूसरे भाग की अवधि 20 वर्ष की है। ओडिशा अपने जल संसाधन विभाग के माध्यम से दूसरे भाग की गतिविधियों तथा समग्र कार्यक्रम को लागू करने के लिए उत्तरदायी है। इस कार्यक्रम के दोनों भागों को सितंबर, 2018 तक पूरा करना है।

3. कीनेथ कोल को बनाया गया यूएनएड्स का अंतरराष्ट्रीय सद्भावना दूत 



फैशन डिजाइनर और एड्स कार्यकर्ता कीनेथ कोल को संयुक्त राष्ट्र के एड्स से लड़ने वाले संगठन का अंतरराष्ट्रीय सद्भावना दूत नियुक्त किया गया है।

यूएन एड्स के प्रमुख माइकल सिडिबे ने कीनेथ की नियुक्ति एड्स संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्चस्तरीय बैठक में की। इस बैठक का मुद्दा एड्स को समाप्त करने से जुड़ा था।

कोल ने संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह अपने संयुक्त राष्ट्र के काम को ‘द फाउंडेशन फॉर एड्स रिसर्च’ :एएमएफएआर: के काम और वर्ष 2020 तक इस बीमारी का इलाज ढूंढ लेने के लक्ष्य के साथ जोड़ देने की उम्मीद करते हैं।

4. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आईवरी कोस्ट का सर्वोच्च सम्मान 



राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को 14 जून से शुरू हो रही उनकी पश्चिमी अफ्रीकी देश की दो दिवसीय यात्रा के दौरान ‘नेशनल ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ आईवरी कोस्ट’ से नवाजा जाएगा। यह देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।

भारत की ओर से यह आईवरी कोस्ट की पहली उच्चस्तरीय यात्रा है। प्रणब मुखर्जी आईवरी कोस्ट के राष्ट्रपति अलसाने ओउटारा के न्योते पर वहां जा रहे हैं।

5. अरूंधति वित्त क्षेत्र की पांचवी सबसे शक्तिशाली महिला : फोर्ब्स 



देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक की पहली महिला चेयरपर्सन अरूंधति भट्टाचार्य को फोर्ब्स पत्रिका ने वित्त क्षेत्र की पांचवी सबसे शक्तिशाली महिला बताया है।

स्टेट बैंक ने एक बयान में बताया कि पिछले साल के मुकाबले अरूंधति पांच स्थान उपर चढ़कर इस साल सूची में पांचवे स्थान पर रही हैं।

इसके अलावा फोर्ब्स की विश्व की सौ सबसे प्रभावशाली महिलाओं की सूची में भी उन्हें 25वां स्थान प्राप्त हुआ है। इस सूची में उद्यमी, निवेशक, वैज्ञानिक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी इत्यादि क्षेत्रों में काम करने वाली शीर्ष महिलाओं के नाम संकलित किए गए थे।

इस सूची में 4 भारतीय महिलाएं शामिल है - आईसीआईसीआई बैंक की चंदा कोचर (40वां स्थान ),बायोकॉन की किरण मजूमदार शॉ (77 वें) और एचटी मीडिया की शोभना भरतिया (93 वें)।

6. ब्रिटेन में भारतीय मूल के प्रोफेसर को महारानी ने किया सम्मानित 



भारतीय मूल के प्रख्यात प्रोफेसर लार्ड कुमार भट्टाचार्य को विनिर्माण में शानदार योगदान देने को लेकर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने प्रतिष्ठित रेजियस प्रोफेशनशिप इन मैनयुफैक्चरिंग से सम्मानित किया है।

उन्होंने अपने करियर के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थचर और टोनी ब्लेयर सहित ब्रिटेन सरकार को विनिर्माण, नवोन्मेष और प्रौद्योगिकी पर सलाह दी।

डब्ल्यूएमजी के अध्यक्ष एवं संस्थापक भट्टाचार्य ने कहा कि यह पिछले 35 साल में हमारी सफलता में योगदान देने वाले हर कर्मचारी के लिए है।

7.
श्री पीयूष गोयल द्वारा "सूर्यमित्र" मोबाइल एप का लोकार्पण 

 
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार विद्युत, कोयला और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय श्री पीयूष गोयल ने छत पर सौर ऊर्जा विकसित करने के लिए आयोजित कार्यशाला के दौरान "सूर्यमित्र" मोबाइल एप का लोकार्पण किया। इसे नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली स्वायत संस्था राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई) ने विकसित किया है।

"सूर्यमित्र" मोबाइल एप अभी गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है जहां से इसे डाउनलोड कर पूरे भारत में इस्तेमाल किया सकेगा। यह एप एक उच्च प्रौद्योगिकी मंच पर है जिसमें कई हजार कॉल को एक साथ संभालने की क्षमता है। इस एप के माध्यम से न सिर्फ लोगों को जानकारी मिलेगी बल्कि युवाओं को इसके माध्यम से रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

इस मोबाइल एप को चलाने के लिए कुशल कामगारों की आवश्यकता होगी जिससे भी रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। एमएनआरई का कई राज्यों में 100000 सोलर पीवी पंप स्थापित करने का लक्ष्य है जिसमें "सूर्यमित्र" मोबाइल एप भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नए निकायों को लगाने औप पुराने निकायों को मरम्मत करने में भी "सूर्यमित्र" मोबाइल एप बहुत उपयोगी साबित हो सकता है।

कुल मिलाकर यह तकनीकि मंच नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत उपयोगी साबित होगा।यह ग्राहकों को उनके दरवाजे पर गुणवत्ता, मरम्मत और ओ एंड एम सेवाएं प्रदान करेगा। "सूर्यमित्र" सेवा के लिए राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई) ने 150 रूपये प्रत्येक सेवा के लिए फीस के रूप में लेना तय किया है। ऐसी आशा की जा रही है कि "सूर्यमित्र" मोबाइल ऐप देश में सौर उत्पादों की मांग बनाने और रोजगार तथा व्यापार के अवसरों की पेशकश में एक प्रभावी उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा।

0 comments:

Post a Comment