DAILY G.A UPDATE : 21-10-2016
इस प्रतिस्पर्धी युग में, हर किसी को मौजूदा मामलों के साथ अद्यतन करने की जरूरत है। अतः यहाँ आईबीपीएस पीओ, आईबीपीएस क्लर्क, आरआरबी और कई तरह की परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण खबर है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा चलायी जाने वाली ‘अन्य वित्तीय सेवाओं’ में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति दी।
अधिसूचना के मुताबिक अन्य वित्तीय सेवाओं में रिजर्व बैंक, सेबी, इरडा, पीएफआरडीए, राष्ट्रीय आवास बैंक या अन्य किसी भी वित्तीय नियामक की निगरानी में की जाने वाली गतिविधियां शामिल हैं।
आईटी सेवा कंपनी एचसीएल टेक्नोलाजीज 8.5 करोड़ डालर में बटलर अमेरिकी एयरोस्पेस का अधिग्रहण करेगी। कंपनी के इस कदम का मकसद एयरोस्पेस और रक्षा इंजीनियरिंग सेवा क्षेत्र में स्थिति मजबूत करना है।
बटलर एयरोस्पेस अमेरिकी एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र से जुड़े ग्राहकों को इंजीनियरिंग तथा डिजाइन सेवा उपलब्ध कराती है।
देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रस्तावित सौदा 8.5 करोड़ डालर का है जो पूरी तरह नकद होगा। प्रस्तावित अधिग्रहण बटलर अमेरिका का ‘स्टाफिंग कारोबार’ शामिल नहीं है।’’ बटलर अमेरिका एरोस्पेस की आय 2015 में 8.54 करोड़ डालर थी।
कंपनी के पास 900 इंजीनियरों की टीम और अमेरिका में सात डिजाइन सेंटर है।
यह अधिग्रहण अमेरिका में नियामकीय मंजूरी पर निर्भर है और इसके 31 दिसंबर 2016 तक पूरा होने की संभावना है।
भारतीय अमेरिकी महिला शिक्षाविद रेणु खाटोर को अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग के शैक्षणिक सलाहकार परिषद का सदस्य नियुक्त किया गया है।
अमेरिका के गृह सुरक्षा मामलों के मंत्री (सुरक्षा) जेह जॉनसन ने कल यूनिवसिर्टी ऑफ ह्यूस्टन सिस्टम की कुलाधिपति और ह्यूस्टन विश्वविद्यालय की प्रेसीडेंट खाटोर की नियुक्ति की घोषणा की।
यह 23 सदस्यीय परिषद मंत्री को गृह सुरक्षा और शैक्षणिक समुदाय से जुड़े मुद्दों पर सलाह देती है और इन मामलों से जुड़ी अनुशंसा करती है।
परिषद में खाटोर का कार्यकाल चार वर्ष का होगा। उच्च शिक्षा के नेतृत्वकर्ता के रूप में लंबे अनुभव और विशेषज्ञता को देखते हुए उनका चयन हुआ है।
न्यूयॉर्क शहर ने एक दुर्लभ सम्मान के तहत 19 अक्तूबर 2016 के दिन को वारिस अहलूवालिया दिवस के रूप में घोषित किया। सिख-अमेरिकी अभिनेता एवं डिजाइनर अहलूवालिया के सम्मान में यह घोषणा अज्ञानता के खिलाफ उनके ‘‘शक्तिशाली’’ संदेश और उनके द्वारा धार्मिक समझ तथा सहिष्णुता की पैरवी किए जाने के कारण की गई।
शहर के मेयर बिल डे ब्लासियो ने अहलूवालिया को कल यहां अपने आधिकारिक आवास ग्रेसी मैंशन में एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया।
डे ब्लासियो ने अहलूवालिया के सम्मान में न्यूयॉर्क शहर में 19 अक्तूबर 2016 के दिन को ‘वारिस अहलूवालिया दिवस’ के रूप में घोषित किया।
उद्योगपति मुकेश अंबानी लगातार नौंवे साल देश के सबसे अमीर व्यक्ति का तमगा हासिल करने में सफल रहे हैं। फोर्ब्स इंडिया के अनुसार अंबानी की कुल संपत्ति तेजी से बढ़ती हुई 22.7 अरब डालर पर पहुंच गई। इस तरह अंबानी की परिसंपत्तियां एस्टोनिया की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के बराबर हो गई।
इसी तरह फोर्ब्स की सूची में विप्रो के अजीम प्रेमजी देश के चौथे सबसे धनी व्यक्ति हैं। उनकी संपत्ति 15 अरब डालर हैं जो मोजाम्बिक के 14.7 अरब डालर के जीडीपी से अधिक है।
इस सूची के अनुसार सन फार्मा के दिलीप सांघवी 16.9 अरब डालर की संपत्ति के साथ दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। भारत के 100 सबसे धनी लोगों की वाषिर्क सूची में हिंदुजा परिवार 15.2 अरब डालर की परिसम्पतियों साथ तीसरे स्थान पर है। पल्लोनजी मिस्त्री की परिसंपत्तियां 13.90 अरब डालर रही और वह सूची में पांचवें स्थान पर हैं।
फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार देश के शीर्ष पांच अरबपतियों की कुल परिसंपत्तियां 83.7 अरब डालर हैं जो कि मंगल पर भेजे गए यान ‘मंगलयान’ की लागत से अधिक है। इसी तरह यह रियो ओलंपिक 2016 के आयोजन पर आई लागत से 18 गुना ज्यादा है।
फोर्ब्स ने कहा कि इसमें से ज्यादातर संपत्तियों सृजन सूची में शीर्ष में शामिल लोगों ने किया है। फोर्ब्स के अनुसार यदि सूची में 80-20 नियम को लागू किया जाता है तो इससे पता चलता है कि शीर्ष धनाढ्यों का कुल परिसंपत्तियों में हिस्सा कम हुआ है।
ध्रुबज्योति बोराह द्वारा लिखित पुस्तक द स्लीपवॉकर्स ड्रीम का हाल ही में लोकार्पण हुआ. बोराह असम साहित्य सभा के अध्यक्ष हैं, उन्होंने इस पुस्तक में उग्रवादियों द्वारा लड़ी जा रही लड़ाई तथा उनके अंधेरे भविष्य के बारे में लिखा है.
स्लीपवॉकर्स ड्रीम में दिखाया गया है कि जून, रॉन एवं अन्य लड़ाके सेना के हमले के बाद भूटान में छिपे हुए हैं. वे अपने समूह के मुखिया के साथ हैं जो इस समय घायल अवस्था में असम बॉर्डर तक जा पाने की स्थिति में नहीं है.
पुस्तक के माध्यम से लेखक ने इन उग्रवादियों द्वारा जारी इस संघर्ष की दास्तान को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया है. पुस्तक में दिखाया गया है कि जून इस सदस्य की एकमात्र महिला है जो अपने गांव में मौजूद अपने परिवार की यादों में खो जाती है.
रॉन एक पुरुष लड़ाका है जो अपने बचपन के दिनों की यादों में खोया है तथा उन दिनों को याद करते हुए भावुक हो जाता है.
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