DAILY G.A UPDATE : 23-09-2016
इस प्रतिस्पर्धी युग में, हर किसी को मौजूदा मामलों के साथ अद्यतन करने की जरूरत है। अतः यहाँ आईबीपीएस पीओ, आईबीपीएस क्लर्क, आरआरबी और कई तरह की परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण खबर है।
इस प्रतिस्पर्धी युग में, हर किसी को मौजूदा मामलों के साथ अद्यतन करने की जरूरत है। अतः यहाँ आईबीपीएस पीओ, आईबीपीएस क्लर्क, आरआरबी और कई तरह की परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण खबर है।
राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली तमिल फिल्म ‘विसरनई’ 2017 के ऑस्कर पुरस्कारों की विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि होगी। ‘विसरनई’ ने दौड़ में शामिल ‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘फैन’ जैसी फिल्मों को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
अभिनेता-फिल्मकार धनुष फिल्म के निर्माता हैं। वेट्रिमारन इसके लेखक और निर्देशक हैं। फिल्म एम चंद्रकुमार के उपन्यास ‘लॉक अप’ पर आधारित है।
इस साल 63वें राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में फिल्म ने तीन पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता :समुतिराकनी: और सर्वश्रेष्ठ संपादन हासिल किए थे।
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की चयन समिति के प्रमुख फिल्मकार केतन मेहता ने कहा, ‘‘हमने कांसेप्ट, ट्रीटमेंट और तकनीक के आधार पर ‘विसनरई’ का चयन किया। ‘सैराट’, ‘बाजीराव मस्तानी’, ‘सुलतान’, ‘फैन’, ‘एयरलिफ्ट’ और ‘उड़ता पंजाब’ जैसी कई अच्छी फिल्में दौड़ में थीं। एक बंगाली फिल्म भी दौड़ में शामिल थी। हमने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया।’’ फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव सुपर्ण सेन ने कहा कि 29 फिल्में प्रतिस्पर्धा में थीं।
फिल्म में दिनेश रवि, आनंदी और आदुकलाम मुरूगदोस ने मुख्य किरदार निभाए हैं। ‘विसरनई’ पुलिस की बर्बरता, भ्रष्टाचार और अन्याय को दिखाती है।
72वें वेनिस फिल्म महोत्सव में भी इसने एमनेस्टी इंटरनेशनल इटालिया अवार्ड जीता था।
भारत ने सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में अब तक ऑस्कर नहीं जीता है।
पूर्व पेट्रोलियम सचिव विजय केलकर को प्रतिष्ठित भारतीय सांख्यिकीय संस्थान (आईएसआई) का अध्यक्ष चुना गया है।
आईएसआई ने एक विज्ञप्ति में कहा कि केलकर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी रंगराजन के स्थान पर चुने गए हैं।
विज्ञप्ति के अनुसार संस्थान की आम सभा की बैठक में उनका चुनाव किया गया। यह संस्थान सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के तहत काम करता है।
ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त नवतेज सरना को अमेरिका में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया। इस महत्वपूर्ण पद पर उनपर आठ नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद वाशिंगटन में नये प्रशासन के साथ काम करने की जिम्मेदारी होगी।
भारतीय विदेश सेवा के 1980 बैच के अधिकारी सरना को जनवरी में लंदन में नियुक्ति दी गयी थी इससे पहले वह विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) के रूप में कार्यरत थे। वह अमेरिका में अरण सिंह की जगह लेंगे जो सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
59 वर्षीय सरना विदेश मंत्रालय के सर्वाधिक समय तक रहे प्रवक्ताओं में शामिल हैं। वह 2002 से 2008 तक इस पद पर रहे थे।
सरकार ने 1988 बैच के आईएफएस अधिकारी तरणजीत सिंह संधू को श्रीलंका में भारत का अगला उच्चायुक्त नियुक्त किया है। वह यश सिन्हा की जगह लेंगे।
वाशिंगटन में सरना का मुख्य कार्य वहां नया शासन आने के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में निरंतरता बनाये रखने के लिए काम करना होगा।
सरना ने कई पुस्तकें भी लिखी हैं जिनमें सबसे नयी ‘सैकंड थॉट्स : ऑन बुक्स, ऑथर्स एंड द राइटरली लाइफ’ है जो पिछले साल आई थी। वह 2008 से 2012 तक इस्राइल में भारत के राजदूत के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं।
अगस्त 2012 से दो साल तक वह विदेश मंत्रालय में अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रभारी अतिरिक्त सचिव रहे।
सरना मॉस्को, वारसा, तेहरान, जिनेवा, थिंपू और वाशिंगटन समेत कई भारतीय मिशनों में सेवारत रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय अमेरिकी चिकित्सक एवं लेखक अब्राहम वर्गीज को चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए अमेरिका के सबसे बड़े ह्यूमैनिटीज पुरस्कार ‘नेशनल ह्यूमैनिटीज मेडल’ से सम्मानित किया है।
स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन में प्रोफेसर अब्राहम वर्गीज ने ‘माई ओन कंट्री’ और ‘कटिंग फॉर स्टोन’ समेत कई प्रसिद्ध पुस्तकें लिखी हैं।
वर्गीज को व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में इस पदक से सम्मानित किया गया। उनके साथ कई अन्य लोगों को भी सम्मानित किया गया।
पदक के उद्धरण में लिखा है, ‘‘अब्राहम वर्गीज को हमें यह याद दिलाने के लिए 2015 नेशनल ह्यूमैनिटीज मेडल दिया जाता है कि मरीज चिकित्सकीय उपक्रम का कंेद्र हैं।’’ हर साल 12 नेशनल ह्यूमैनिटीज पदक प्रदान किए जाते हैं।
स्टैनफोर्ड के औषधि विभाग के उपाध्यक्ष वर्गीज ने कहा कि उन्हें पहले और अब भी यह लगता है कि बीमार होने का मानव का अनुभव एवं बीमारी की देखभाल में उनकी रचि उनकी चिकित्सा पद्धति का उतना ही महत्वपूर्ण हिस्सा है जितना कि अग्न्याशय की कार्यप्रणाली जैसा ज्ञान महत्वपूर्ण है।
भारत 26 सितंबर को मौसम उपग्रह एससीएटीएसएटी-1 और सात दूसरे उपग्रह (पांच विदेशी और दो देशी) प्रक्षेपित करेगा। यह सभी ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किए जाएंगे। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, पीएसएलवी रॉकेट इन आठ उपग्रहों के साथ 9 बजकर 12 मिनट पर आंध्र प्रदेश के राकेट प्रक्षेपण केंद्र श्रीहरिकोटा से छोड़े जाने की संभावना है।
अधिकारी ने कहा कि रॉकेट का मुख्य भार एससीएटीएसएटी-1 उपग्रह का 377 किग्रा वजन है। इससे समुद्री और मौसम संबंधी अध्ययन में मदद मिलेगी। इसे सूर्य की ध्रुवीय समकालिक कक्षा एक 720 किमी दूरी पर में रखा जाएगा।
स्कैटरोमीटर के जरिए मौसम की भविष्यवाणी
इसरो के अनुसार, एससीएटीएसएटी-1 उपग्रह पूर्व में भेजे गए ओशनसेट-2 की निरंतरता में है। इसके स्कैटरोमीटर के जरिए मौसम की भविष्यवाणी, विंड वेक्टर डाटा, चक्रवात की जानकारी और निगरानी की सुविधाएं मिलेंगी। उपग्रह में ओशनसेट-2 की तरह केयू-बैंड स्कैटरोमीटर है। इस उपग्रह का मिशन काल 5 साल है।
अल्जीरिया, कनाडा और अमेरिका के उपग्रह
पांच विदेशी उपग्रहों में अल्जीरिया, कनाडा और अमेरिका के उपग्रह हैं। दो उपग्रह भारतीय विश्वविद्यालय/अकादमिक संस्थान उपग्रह हैं जो एक 670 किमी की ध्रुवीय कक्षा में स्थापित होंगे। इस मिशन के तहत पहली बार पीएसएलवी दो अलग कक्षाओं में उपग्रहों को स्थापित करेगा।
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी द्वारा लिखित पुस्तक 'सिटीजन एंड सोसायटी' का विमोचन किया।
7. आंध्रा बैंक ने सिगना टीटीके, रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के साथ किया गठजोड़
आंध्रा बैंक ने अपने ग्राहकों को स्वास्थ्य एवं साधारण बीमा उपलब्ध कराने के लिये सिगना टीटीके कंपनी लि. तथा रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लि. के साथ गठजोड़ किया है।
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