DAILY GA UPDATE - 22.11.2016
1. भारतीय-अमेरिकी को मिला ‘इंटरफेश लीडरशिप’ पुरस्कार
भारतीय मूल के अमेरिकी परोपकारी व्यक्ति फ्रैंक इस्लाम को ‘इंटरफेथ लीडरशिप पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार कला और उच्च शिक्षा में योगदान करने के लिए और सभी धर्मों के बीच संवाद को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है।
2. पंकज पटेल 2017 के लिए फिक्की के अध्यक्ष चुने गए
जाइडस कैडिला के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पंकज पटेल को उद्योग मंडल फिक्की का 2017 के लिए अध्यक्ष चुना गया है। वह अंबुजा नेवतिया समूह के चेयरमैन हषर्वर्धन नेवतिया का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल अगले महीने पूरा हो रहा है।
फिक्की ने बयान में कहा कि पटेल उद्योग मंडल की 16-17 दिसंबर को होने वाली उद्योग मंडल की सालाना आम बैठक में नेवतिया से कार्यभार संभालेंगे। पटेल कई शिक्षा संस्थानों से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
वह कई शैक्षणिक संस्थानों मसलन भारतीय विज्ञान एवं शिक्षा अनुसंधान संस्थान :आईआईएसईआर कोलकाता:, भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद, अहमदाबाद विश्वविद्यालय तथा नर्सी मोंजी इंस्टिट्यूट आफ मैनेजमेंट स्टडीज की सलाहकार समितियों तथा अकादमिक परिषदों में शामिल हैं।
3. मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव का निधन
मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव का निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे।
यादव 26 अगस्त 2011 से सात सितंबर 2016 तक मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहे।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में भी 1977 से 1979 तक अपनी सेवा दी थी।
4. लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार के लिए चेक फिल्म निर्देशक का चयन
विश्व के प्रख्यात चेक फिल्म निर्देशक जिरी मेंजेल को इस साल केरल अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
मेंजेल एक जाने माने निर्देशक, अभिनेता और पटकथा लेखक हैं । उनकी फिल्मों में अक्सर व्यंग्य के साथ विश्व का एक मानवतावादी नजरिया और प्रेरणादायी छायांकन देखने को मिलता है। अपनी पहली फीचर फिल्म ‘क्लोजली वाचड ट्रेन्स’ से उन्हें 1967 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म की श्रेणी में अकादमी पुरस्कार दिया गया था।
मेंजेल की विवादित फिल्म ‘लार्कस ऑन ए स्ट्रिंग’ 1969 में बनी थी लेकिन शुरूआत में इस पर चेकोस्लोवाकिया सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था।
वामपंथी शासन समाप्त होने के बाद आखिरकार 1990 में यह फिल्म प्रदर्शित हुई।
5. भारत ने किया अग्नि-1 बैलिस्टिक मिसाइल का प्रायोगिक परीक्षण
भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम स्वदेश निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि-1’ का सफलतापूर्वक प्रायोगिक परीक्षण किया। यह मिसाइल 700 किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य को भेद सकती है। इस परीक्षण को ओडिशा के तट पर स्थित परीक्षण रेंज से अंजाम दिया गया।
रक्षा अधिकारियों ने कहा कि सतह से सतह पर मार सकने में सक्षम इस मिसाइल को अब्दुल कलाम आइलैंड :व्हीलर आइलैंड: की लॉन्च पैड संख्या 4 से सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर प्रक्षेपित किया गया।
DAILY GA UPDATE - 21.11.2016
1. पर्रिकर ने नए युद्धपोत ‘आईएनएस चेन्नई’ का जलावतरण किया
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत ‘आईएनएस चेन्नई’ का जलावतरण किया। यह कोलकाता श्रेणी का ऐसा तीसरा निर्देशित मिसाइल विध्वंसक है, जिसका डिजाइन स्वदेशी है।
मुंबई में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में इस पोत के निर्माण के साथ ही परियोजना 15ए पूरी हो गई है। यह परियोजना कोलकाता श्रेणी के निर्देशित मिसाइल विध्वंसक बनाने के लिए थी।
नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा भी इस अवसर पर मौजूद थे।
कुल 164 मीटर लंबा ‘आईएनएस चेन्नई’ भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होने वाले सबसे बड़े विध्वंसकों में से एक है।
इस पोत में सतह से सतह तक मार करने में सक्षम सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइलें और सतह से हवा में लंबी दूरी तक वार कर सकने वाली बराक-8 मिसाइलें लगी हैं।
पोत में लगी प्रणालियों के अतिरिक्त परीक्षणों के बाद इसे पश्चिमी बेड़े में शामिल किया जाएगा। यह इस श्रेणी का अंतिम विध्वंसक पोत है।
इस श्रेणी के पहले पोत का नाम ‘आईएनएस कोलकाता’ था और इसका जलावतरण 16 अगस्त 2014 को किया गया था। इसके बाद ‘आईएनएस कोच्चि’ का जलावतरण 30 सितंबर 2015 में किया गया।
तीसरे विध्वसंक को पश्चिमी नौसैन्य कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के संचालनात्मक और प्रशासनिक नियंत्रण में रखा जाएगा।
2. यूनान के पूर्व राष्ट्रपति स्टीफनोपोलोस का निधन
यूनान के पूर्व राष्ट्रपति कान्टैंटआइन स्टीफनोपोलोस का निधन हो गया है।
कोस्टिस के नाम से मशहूर स्टीफनोपोलोस 1995 से 2005 तक देश के राष्ट्रपति रहे।
उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में दो बार अपनी सेवाएं दी। हालांकि यह मुख्य रूप से एक औपचारिक पद हैं लेकिन स्टीफनोपोलोस विनम्रता एवं आडंबर रहित जीवन जीने के कारण बहुत लोकप्रिय थे।
3. अमितव घोष को साहित्य उत्सव में लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार
अंग्रेजी के मशहूर लेखक अमितव घोष को मुंबई साहित्य उत्सव के ‘टाटा लिटरेचर लाइव’ में ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार से आज सम्मानित किया गया।
‘सी ऑफ पॉपीज’ के लेखक घोष ने कहा कि 30 साल पहले जब आप लेखक बनना चाहते थे तो इसकी हंसी उड़ाई जाती थी। कारण कि हम जैसे लोग लेखक नहीं बनना चाहते थे। हम नौकरशाह या बैंक प्रबंधक बनना चाहते थे। लेकिन बाद के बरसों में चीजें बदल गईं।
इस बीच, अरविंद अडीगा का ‘सेलेक्शन डे’ को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के ‘द जीन’ को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला।
4. थाईलैंड की राजकुमारी को पहला ‘वर्ल्ड संस्कृत अवार्ड’
थाईलैंड की राजकुमारी महा चकरी श्रीधरन को पहला 'वर्ल्ड संस्कृत अवार्ड' प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन्हें संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए दिया गया।
राजकुमारी को यह पुरस्कार एक समारोह में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी प्रदान किया। समारोह में अन्य लोगों के साथ केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर भी मौजूद थे।
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद :आईसीसीआर: द्वारा स्थाापित यह पुरस्कार संस्कृत भाषा और साहित्य में अध्ययन या, शिक्षण या शोध में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रख्यात संस्कृत विद्धानों को दिया जाता है।
5. महिला रैफरी को एएफसी विशेष पुरस्कार से नवाजा गया
भारत की महिला सहायक रैफरी उवेना फर्नांडीज को कुआलालम्पुर में आयोजित समारोह में एएफसी रैफरी विशेष पुरस्कार नवाजा गया जो भारतीय फुटबाल के लिये एक असाधारण चीज है।
उवेना को यह पुरस्कार एएफसी रैफरी समिति के उपाध्यक्ष हनी बालन के हाथों मिला। उन्हें यह पुरस्कार जोर्डन में अंडर-17 महिला विश्व कप के फाइनल में शानदार प्रदर्शन के लिये दिया गया।
वह किसी भी फीफा विश्व कप में अधिकारी बनने वाली पहली भारतीय सहायक रैफरी हैं।
6. भारत ने पृथ्वी-द्वितीय मिसाइलों का दोहरा सफल प्रक्षेपण किया
भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम स्वदेशी पृथ्वी-द्वितीय दो मिसाइलों का एक के बाद एक त्वरित गति से दो बार सफल प्रक्षेपण किया।
सेना ने यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित परीक्षण रेंज से किया।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि एकीकृत प्रक्षेपण रेंज :आईटीआर: के तृतीय परिसर के एक मोबाइल लॉन्चर से सुबह करीब नौ बजकर 35 मिनट पर सतह से सतह पर मार करने वाली दो मिसाइलों का एक के बाद एक त्वरित गति से सफल परीक्षण किया गया । इन मिसाइलों की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है और वे 500 किलोग्राम से 1000 किलोग्राम तक वजनी आयुध ले जाने में सक्षम है।
इससे पहले इसी परिसर से 12 अक्तूबर 2009 को इसी प्रकार का दोहरा परीक्षण किया गया था। उस समय भी दोनों परीक्षण सफल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस मिसाइल में दो तरल प्रणोदक इंजन लगे हैं।
एक रक्षा वैज्ञानिक ने बताया कि इन मिसाइलों को उत्पादन भंडार से चुनिंदा आधार पर चुना गया था। अनुसंधान एवं विकास संगठन :डीआरडीओ: के वैज्ञानिकों की निगरानी में विशेष रूप से गठित सामरिक बल कमान :एएफसी: ने प्रक्षेपण की संपूर्ण गतिविधियां कीं।
सूत्रों ने बताया कि मिसाइल के मार्ग पर ओडिशा के तट पर स्थित टेलीमेट्री स्टेशनों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणालियों और डीआरडीओ रडारों से नजर रखी गई।
रक्षा सू़त्रों ने बताया कि भारतीय सैन्य बलों में वर्ष 2003 में शामिल की गई नौ मीटर लंबी पृथ्वी 2 ऐसी पहली मिसाइल है जिसे डीआरडीओ ने एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत विकसित किया है।
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