DAILY G.A UPDATE : 21-12-2016
1. दमन व दीव देश का पहला नकदीरहित क्षेत्र बना
केंद्र शासित प्रदेश दमन व द्वीव देश का पहला नकदीरहित क्षेत्र बन गया है।
अरब सागर में स्थित इस छोटे से दीव में 25,000 से अधिक परिवार रहते हैं जिन्हें नकदीरहित लेनदेन के फायदों के बारे में बताया व समझाया गया है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहिर ने दमन व दीव को देश का पहला नकदीरहित क्षेत्र बनाने के लिए प्रशासन के प्रयासों की सराहना की है।
प्रशासन ने यहां वाई-फाई सेवा शुरू की और बीते 45 दिनों में 32,000 से अधिक पर्यटकों ने 3500 जीबी डेटा का इस्तेमाल किया है।
सरकारी बयान के अनुसार अहिर ने दमन व दीव में विकास परियोजनाओं की समीक्षा की और कडैया में तटीय पुलिस थाने का उद्घाटन किया।
2. भारत, किर्गिस्तान ने छह समझौते किये, निवेश संधि को अंतिम रूप दिया
भारत और किर्गिस्तान ने अपने संबंधों को नयी गति प्रदान करते हुए द्विपक्षीय निवेश समझौतों के विविध आयामों को अंतिम रूप देने के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग संबंधी छह अन्य समझौतों पर हस्ताक्षर किया, साथ ही आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ की चुनौतियों से निपटने में करीबी सहयोग का संकल्प व्यक्त किया ।
3. अमेरिकी ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल की 10 देशों की सूची में भारत तीसरे स्थान पर
भारत अमेरिकी ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (यूएसजीबीसी) की शीर्ष 10 देशों की सूची में तीसरे स्थान पर है। यह सूची एलईईडी के आधार पर तैयार की गयी है जो हरित इमारत रेटिंग प्रणाली है।
इस साल भारत 1.59 करोड़ सकल वर्ग मीटर (जीएसएम) एलईईडी प्रमाणिक स्थान के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है। वहीं चीन 3.46 करोड़ जीएसएम के साथ पहले तथा कनाडा 3.44 करोड़ जीएसएम के साथ दूसरे स्थान पर है।
कुल 70 देशों में किये गये अध्ययन के आधार पर रिपोर्ट में पाया गया है कि उभरती अर्थव्यवस्थाएं हरित वृद्धि के लिये इंजन बनी रहेंगी।
4. मेरीकाम, विकास को एआईबीए पुरस्कार
एम सी मेरीकाम और पूर्व एशियाई खेल स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्णन को अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के 70 साल पूरे होने के मौके पर स्विटजरलैंड में आयोजित समारोह में अलग अलग पुरस्कारों से नवाजा गया ।
पांच बार की विश्व चैम्पियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मेरीकाम को एआईबीए लीजैंड्स पुरस्कार मिला जबकि विकास को एपीबी : एआईबीए प्रो मुक्केबाजी : सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज का पुरस्कार दिया गया ।
5. भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना
फॉर्ब्स मैगजीन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया. भारत को यहब उपलब्धि 150 साल में पहली बार प्राप्त हुई है. अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में ब्रिटेन भी अब भारत से पीछे है. भारत अमेरिका, चीन, जापान व जर्मनी के बाद पांचवीं सबसे बड़ी जीडीपी बन गया है.
पिछले 25 साल में भारत की तेज इकॉनॉमिक ग्रॉथ और वर्ष भर में पाउंड के मूल्य में आई कमी के कारण यह परिवर्तन हुआ है. इसका कारण ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से अलग होने और भारत की तेज विकास दर को माना जा रहा है.
फॉर्ब्स मैगजीन की रिपोर्ट के अनुसार भारत द्वारा 2020 तक ब्रिटेन की जीडीपी को पार करने का अनुमान था. पिछले 12 महीने में पाउंड के मूल्य में लगभग 20 प्रतिशत की कमी ने यह 2016 में कर दिया.
ब्रिटेन की 1.87 ट्रिलियन पाउंड की जीडीपी एक डॉलर के मुकाबले 0.81 पाउंड की एक्सचेंज रेट पर 2.29 ट्रिलियन डॉलर में बदलती है.
भारत की 153 ट्रिलियन रुपये की जीडीपी एक डॉलर के मुकाबले 66.6 रुपये से बदलने पर 2.30 ट्रिलियन डॉलर होती है.
इकॉनॉमिक थिंक टैंक सेंटर फॉर इकॉनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) को दिसंबर 2011 में पूर्वानुमान था कि भारत 2020 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
फॉर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन और भारत के मध्य इस अंतर के और बढ़ने की संभावना व्यक्त की गयी है. भारत 6-8 प्रतिशत सालाना की दर से प्रगति शील है, वहीं ब्रिटेन की विकास दर 2020 तक 1-2 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है.
आठ अक्टूबर 2016 को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी इस वित्तीय वर्ष के अंत तक ब्रिटेन के भारत से पीछे रह जाने की संभावना व्यक्त की थी.
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