DAILY G.A UPDATE : 21-01-2017
1. देश के सबसे बड़े जंगी जहाज आईएनएस विक्रमादित्य में लगेगा एटीएम
भारतीय नौसेना के विशाल युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य को अत्याधुनिक हथियारों के साथ साथ अब एटीएम से भी लैस किया जा रहा है जिससे इस पर सवार नौसैनिक जरूरत के समय पैसे निकाल सकेंगे।
नौसेना के सूत्रों के अनुसार देश का सबसे बडा बैंक भारतीय स्टेट बैंक कल इस युद्धपोत पर अपने एटीएम को चालू करने जा रहा है। संभवत यह पहला मौका है जब किसी युद्धपोत पर एटीएम लगाया जा रहा है। यह एटीएम उपग्रह के माध्यम से संचालित होगा और इससे आईएनएस युद्धपोत पर सवार लगभग दो हजार नौसैनिकों को फायदा होगा।
युद्धपोत पर इसके लिए करंसी चेस्ट भी होगा जिससे एटीएम में जरूरत पडने पर पैसा डाला जा सकेगा। सूत्रों के अनुसार इतने बडे युद्धपोत पर एटीएम की जरूरत काफी समय से महसूस की जा रही थी क्योंकि जब युद्धपोत बंदरगाह पहुंचता है तो नौसैनिकों को पैसे की जरूरत होती है और अब इसके लिए उन्हें अपने साथ नगदी लेकर चलने की जरूरत नहीं होगी।
2. पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में चीन की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी
चीनी कंपनियों के एक समूह ने 8.5 करोड़ डॉलर में पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक रणनीतिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका मकसद पाकिस्तान के पूंजी बाजार में चीन को प्रवेश देना और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के लिए कोष जुटाना है।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक दार की मौजूदगी में कराची में एक बिक्री-खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
समाचार पत्र डॉन की खबर के मुताबिक इन चीनी कंपनियों के समूह में चाइनीज फाइनेंशियल फ्यूचर्स एक्सचेंज कंपनी लिमिटेड, शंघाई स्टॉक एक्सचेंज, शेनजेन स्टॉक एक्सचेंज और दो स्थानीय सहयोगी पाक-चाइना इवेंस्टमेंट कंपनी और हबीब बैंक लिमिटेड शामिल हैं।
समूह ने 32 करोड़ शेयरों के लिये 28 रपये :पाकिस्तानी रपया: प्रति शेयर के हिसाब से बोली लगाई। कुल मिलाकर यह सौदा 8.96 अरब रपये :8.50 करोड़ डालर: का हुआ। बोली दिसंबर में लगाई गई थी। पाकिस्तान शेयर बाजार इंफ्रास्ट्रक्चर बॉंड जारी करने की भी योजना बना रहा है जिससे मिलने वाली राशि का इस्तेमाल 46 अरब डालर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना में किया जायेगा। यह गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर बनाये जाने की योजना है।
3. भारत ने हिंद महासागर रिम संघ (आईओआरए) के सदस्य देशों के बीच एमएसएमई संबंधी सहयोग के समझौते ज्ञापन को पूरा किया
भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय ने हिंद महासागर रिम संघ (आईओआरए) के सदस्य देशों के बीचएमएसएमई संबंधी सहयोग के समझौते ज्ञापन को अंतिम रूप दे दिया है। पांच देशों के हस्ताक्षर के बाद यहप्रत्येक सदस्य देश पर लागू हो जाएगा। फाइनल एमओयू पर उपयुक्त मंच पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.
एमओयू में निम्न बातों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा:
1. अपने-अपने देश के विकास में जुटे एमएसएमई संगठनों, संघों और विभिन्न संस्थाओं के बीच कड़ियों औरगठजोड़ को अंतिम रूप देने के लिए
2. एमएसएमई विकास के लिए सर्वोत्तम नीतियों और कार्यक्रमों का आदान-प्रदान
3. वैश्विक आपूर्ति चेन में विभिन्न एमएसएमई की ज्यादा से ज्यादा भागदारी, बाजार तक उनकी पहुंच बढ़े
4. युवाओं और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
5. आईओआरए मंच के साथ सहयोग को प्रोत्साहित किया जाए
समझौता ज्ञापन के कार्यान्वयन के लिए मॉरिशस में स्थित आईओआरए सचिवालय समन्वय एजेंसी होगी। इससहमति पत्र में उल्लिखित गतिविधियों को पूरा करने के लिए सदस्य देशों के लिए आईओआर विशेष कोष भीबनाया गया है।
0 comments:
Post a Comment